What is HTML in Hindi HTML क्या है HTML का आविष्कार किसने किया यह कैसे काम करता है HTML के बारे में ऐसे सभी सवालों के जवाब और कई सारी अन्य जानकारी आज आपको यहाँ मिलने वाली है। उम्मीद है ये जानकारियाँ आपके काम आएँगी।
HTML का full form Hypertext Markup Language होता है। HTML एक Markup Language है जिसका उपयोग web page के structure को define करने के लिए किया जाता है। WWW (वर्ल्ड वाइड वेब) का अविष्कार होने के एक साल बाद से HTML उपयोग में आ गई थी। और आज इसे लगभग 30 साल से भी ज्यादा हो चुके हैं और इस दौरान इसके कई सारे versions आ चुके हैं और आज भी इसका उपयोग हो रहा है। इन्टरनेट पर मौजूद लगभग सारे वेबसाइट के pages (Webpages ) एचटीएमएल से बने हुए होते हैं।
What is HTML in Hindi ( Wikipedia Link )
यह एक Markup Language है जिसका उपयोग वेब पेज और web application के structure अथार्थ ढांचा तैयार करने के लिए किया जाता है। किसी पेज में Heading, Paragraph, Image, Links आदि कहाँ पर व्यवस्थित करना है यह HTML कोड से ही निर्धारित किया जाता है।
क्या HTML प्रोग्रामिंग एक लैंग्वेज है?
इस सवाल को लेकर कई बार लोगों के बीच बहस छिड़ी रहती है लेकिन ज्यादातर लोगों का मानना है की यह programming language की श्रेणी में नही आता। इस बहस के पीछे का कारण यह है की जिस प्रकार से की हम किसी अन्य प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में dynamic functionality create कर पाते हैं वैसा HTML से नही कर होता। यह एक मार्कअप लैंग्वेज है और इससे logical programs नही बन सकते।
HTML में Tags क्या होते है?
HTML tags एक प्रकार के keywords हैं जो की किसी वेब पेज के कंटेंट को पहचानने और उन्हें सही फॉर्मेट में दिखाने में वेब ब्राउज़र की मदद करते है। जब वेब पेज ब्राउज़र में पहुचता है तो ब्राउज़र उसे स्कैन करता तथा इन टैग्स की मदद से कंटेंट को समझकर उसे render करता है।
सारे HTML टैग < >( ब्रैकेट ) के अंदर लिखे जाते हैं, जैसे की <tag>
टैग्स के तीन हिस्से होते हैं Opening tag, Content और Closing tag HTML में कुछ ऐसे tags भी होते है जिनके क्लोजिंग टैग नहीं होते अलग-अलग प्रकार के कंटेंट के लिए अलग-अलग प्रकार के टैग्स का उपयोग किया जाता है आइये अब हम आपको एचटीएमएल टैग्स के कुछ उदाहरण देते हैं
<h1> Heading </h1>
<p> Paragraph </p>
<b> Bold </b>
<i> Italic </i>
<u> Underline </u>
<ul> Unordered lists </ul>
<li> List Item </li>
ऊपर दर्शाये गये कुछ basic HTML tags के example हैं, हमने एचटीएमएल सिखाने के लिए विस्तार से आर्टिकल लिखा है जिसमे आप What is HTML – HTML क्या है और भी जानकारी ले सकते है।
Basic Structure of HTML
जैसे की अब आप जान चुके हो के हर वेब पेज में एचटीएमएल का उपयोग होता है, और हर जगह इसके कोड का basic structure लगभग एक जैसा ही होता है। कोडिंग करने से पहले आपको इस बारे में जानकारी होनी बहुत जरुरी है।
हर HTML document के मुख्यतः तीन भाग होते हैं:
<!DOCTYPE> DTD (Document Type Declaration)
<html> Main container
<head> Head section
<body> Body section
पूरे पेज का स्ट्रक्चर कुछ इस प्रकार होता है:
DTD (Document Type Declaration):
सबसे पहले हमें डॉक्यूमेंट का टाइप बताना होता है ताकि ब्राउज़र को यह पता चल सके की यह किस प्रकार का फाइल है और वह उसके अनुसार उस फाइल प्रोसेस कर सके। इसके लिए <!DOCTYPE>
एलिमेंट का उपयोग किया जाता है। HTML 5 version में यह बहुत ही आसान है, इसे कुछ इस प्रकार से लिखा जाता है: यह कोड आपको किस प्रकार लिखना है यह निर्भर करता है की आप कौन से version का एचटीएमएल उपयोग कर रहे हैं और आपके फाइल का टाइप क्या है।
Main container HTML element:
DTD ( Document Type Declaration ) के बाद में हमें एक कंटेनर बनाना होता है जिसमे DTD ( Document Type Declaration ) को छोड़कर डॉक्यूमेंट के सारे कंटेंट लिखे जाते हैं। इसके लिए <html>
टैग का उपयोग किया जाता है।
Head section: Main container
इसके अंदर हमें <head>
tag का उपयोग कर एक हेड सेक्शन बनाना होता है। जिसमे हम उस वेब पेज के बारे में जानकारी लिखते हैं। यहाँ पर लिखी गयी जानकारी ब्राउज़र पर दिखाई नही देती। इस सेक्शन में लिखी जाने वाली जानकारी निम्नप्रकार है:
Document का Title: वेब पेज का टाइटल लिखने के लिए हमें <title>
टैग का उपयोग करना होता है।
Stylesheet declaration: <style>
elements में हम CSS के codes लिख सकते हैं
Client side Scripts: Functionality provide करने के लिए jQuery, जावास्क्रिप्ट आदि के कोड head section में लिखे जा सकते हैं इसके लिए <script>
टैग प्रयोग किया जाता है।
Meta elements: कुछ custom attributes के लिए का उपयोग किया जाता है।
Link elements: किसी external files या डॉक्यूमेंट को लिंक करने के लिए हमें <link>
का उपयोग करना होता है
Body Section: यह डॉक्यूमेंट का वो हिस्सा होता है जहाँ पर आप अपने वो सारे contents डालते हैं जिन्हें आप अपने यूजर दिखाना चाहते हैं
Hypertext Markup Language कैसे काम करता है?
किसी वेबसाइट के सारे html फाइल्स वेब सर्वर में रहते हैं जब आप अपने कंप्यूटर या मोबाइल के वेब ब्राउज़र (जैसे: गूगल क्रोम, मोज़िला फायरफॉक्स, आदि) से उस वेबसाइट के किसी पेज को खोलते हैं तो वह एचटीएमएल फाइल सर्वर से आपके कंप्यूटर में आता है और आपके ब्राउज़र तक पहुँचता है।
HTML file का extension .html या .htm होता है जिसे ब्राउज़र स्कैन करता है और उसके अंदर मौजूद html elements और tags को पहचान करता है और पूरे पेज के स्ट्रक्चर को समझता है। एलेमेंट्स के अनुसार उस कंटेट यूजर के स्क्रीन पर दिखाता है। उम्मीद है के यह आर्टिकल ( What is HTML in Hindi ) आपको अच्छा लग रहा होगा अब हम जानेंगे HTML के फायदे:
HTML के फायदे (Advantages of HTML in Hindi)
तो चलिए अब हम HTML से होने वाले लाभ के बारे में जानते हैं:
- इसे सीखना बहुत ही आसान है।
- यह बहुत light-weight है।
- यह search engine friendly है।
- यह ओपन-सोर्स है।
- इसके कोड को एडिट करना बहुत ही आसान होता है।
- इसमें कोडिंग करने के लिए हमें अलग से किसी सॉफ्टवेयर की जरुरत नही होती है
- HTML सभी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का बेसिक है।
- इसके लिए हम किसी भी टेक्स्ट एडिटर का उपयोग कर सकते हैं। ( Notepad, Sublime, Visual Code Studio, etc. )
HTML (Hypertext Markup Language) में क्या कमियां हैं?
इसके कई सारे फायदे हैं तो साथ ही इसमें कुछ limitations भी हैं जिसके बारे में निचे आप पढ़ सकते हैं:
- इसेसे हम केवल static और plain web page ही बना सकते हैं
- इसमें किसी dynamic functionality के लिए हमें JavaScript programming, PHP, ASP करना होता हैं।
- इसमें हमें सारे pages को अलग-अलग बनाने पड़ते हैं क्योकि हम इसमें लॉजिकल Logical टास्क perform नही कर सकते।
- अगर वेब ब्राउज़र पुराना हैं तो वे एचटीएमएल के नये टैग्स को समझ नही पाते हैं और उसे रेंडर नही कर पाते।
History of HTML – एचटीएमएल का इतिहास
वर्ल्ड वाइड वेब के शुरुआती दिनों से, HTML के कई Version हैं:
Year | Version |
1989 | सन 1989 में Tim Berners-Lee ने वर्ल्ड वाइड वेब यानि WWW का आविष्कार किया और इसके साथ ही उन्होंने Internet-based hypertext system पर काम करना शुरू कर दिया था। |
1990 | सन 1990, Tim Berners-Lee ने HTML का आविष्कार किया था इसके साथ ही वेब ब्राउज़र और सर्वर सॉफ्टवेयर को भी बनाया। |
1991 | सन 1991 में इन्टरनेट में पहली बार एचटीएमएल के बारे में HTML Tags नाम का एक डॉक्यूमेंट रिलीज़ किया जिसमे लगभग 18 html elements के बारे में बताया गया था। |
1993 | सन 1993 में HTML 1.0 release हुआ था इसे वेब ब्राउज़र में ओपन करके पढ़ा जा सकता था। |
1995 | सन 1995 में HTML 1.0 को improve HTML 2.0 बनाया गया था। |
1997 | सन 1997 में इसका अलग वर्शन HTML 3.0 आया जो की W3C के द्वारा बनाया गया 1997 के अंत में HTML 4.0 लांच हुआ जिसे फिर से थोड़ा कुछ चेंज करके 1998 में रिलीज़ किया गया था। |
1999 | सन 1999 में HTML 4.01 आया जो की अब तक का सबसे successful version था और लगभग हर जगह उपयोग होने लगा। |
2000 | W3C Recommendation: XHTML 1.0 |
2008 | WHATWG HTML5 First Public Draft |
2012 | WHATWG HTML5 Living Standard |
2014 | W3C Recommendation: HTML5 |
2016 | W3C Candidate Recommendation: HTML 5.1 |
2017 | W3C Recommendation: HTML5.1 2nd Edition |
2017 | W3C Recommendation: HTML5.2 |
What is HTML in Hindi
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